ध्येय पथ पर बढ चले हम....
83 वर्ष पूर्व जिस धरती पर राष्ट्र सेविका समिति जैसे विश्वव्यापी संगठन की नींव रखी गई थी वह गांव है वंदनीय मौसीजी की कर्म भूमि वर्धा ।इस नगरी मे दिनांक 2 फरवरी 2020 को अलग अलग दिशाओं से त्रिवेणी धारा बह उठी और यह त्रिवेणी संगम एक विशाल सागर के प्रवाह मे परिवर्तित हो गया. अवसर था वंदनीय ताई आपटे जी के पच्चीसवें स्मृति वर्ष के निमित्त एकत्रित आना । इस पथसंचलन में लगभग 3500 गणवेशधारी सेविकाओं ने भाग लिया ।
संचलन मे 21 घोष पथक थे जिसमे 550 सेविकाएं सम्मिलित थीं। 17 जिलों से , 81 स्थानों से सेविकाएं आईं थीं।
इस कार्यक्रम मे अतिथि के रूप मे माननीय माधुरी सहस्रबुद्धे सम्मिलित हुई जिन्होने 23 देशों मे अपनी तीन सहयोगी बहनों के साथ कार में प्रवास कर अर्थात 'मदर्स ऑन व्हील्स' पर सभी संबधित देशों में माता और मातृत्व की स्थिति का अध्ययन किया है।
इस कार्यक्रम में प्रमुख संचालिका माननीय शांताक्का जी तथा प्रमुख कार्यवाहिका माननीय अन्नदानम सीताजी, पूर्व प्रमुख संचालिका माननीय प्रमिला ताई मेढे, क्षेत्र कार्यवाहिका माननीय सुनंदा ताई जोशी प्रांत कार्यवाहिका तथा संपूर्ण प्रांत टोली उपस्थित थी। विशेष रूप से मौसीजी केळकर परिवार की तीसरी पीढी भी संचलन और कार्यक्रम मे उपस्थित थीं। मंच सज्जा एवम् विविध सुशोभन दर्शनीय एवं प्रशंसनीय था। पूरा कार्यक्रम भव्य दिव्य प्रेरणादायी शक्ति जागरण करनेवाला था