स्थापना – १९३६ मुख्यालय- केंद्र कार्यालय नागपूर संस्थापिका - आद्य प्रमुख संचालिका वं. स्व. श्रीमती लक्ष्मीबाई केळकर (मौसीजी) ध्येय - तेजस्वी राष्ट्र का निर्माण सूत्र - स्त्री राष्ट्र की आधारशक्ति है। उपक्रम - स्त्री शक्ति जागरण, प्रबोधन और संगठन द्वारा अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से बहुविध उपक्रम चलायें जाते है
"सृष्टी के प्रत्येक अविष्कार मे ईश्वर तत्व है" इस भावना से पेड पौधे, पशुपक्षी सहित मनुष्य जगत के प्रति देखना यह ..
महिला दृष्टी
हिंदुत्व इस जीवनपद्धती का स्वीकार करते हुए राष्ट्र सेविका समिती की संस्थापिका वं. लक्ष्मीबाई केळकर ( मौसीजी) ने संघटन के सामने स्त्रीविषयक भूमिका रखी .
शाखा संजीवनी
नारी ही स्वयं प्रकृति है, सृष्टी की आद्य शक्ति है। इस संपूर्ण चराचर जगत् में जहाँ भी जो कुछ दिखाई देता है,